गरियाबंद- 20वीं छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय भारोत्तोलन प्रतियोगिता उद्घाटन दिवस में शामिल हुए क्षेत्रीय सांसद चुन्नीलाल साहू ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय खेल भारोत्तोलन में ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं के साथ जोड़ने वह प्रतिभाओं को उभारने का प्रयास सराहनीय है गरियाबंद जिला भारोत्तोलन संघ निश्चित ही बधाई के पात्र हैं भारत के लिए प्रथम गोल्डमेडल लाने वाली मीराबाई चानू इसी खेल से जुडीं है जिनसे दिल्ली में भेट करने का अवसर मुझे मिला। इससे पूर्व कार्यक्रम में अतिथि के रुप में उपस्थित रमेश यदु प्रदेश अध्यक्ष सर्व समाज महासंघ छत्तीसगढ़, धनवती यादव सभापति जिला पंचायत गरियाबंद, तोकेश्वरी माझी जनपद अध्यक्ष छुरा, प्रवीण यादव उपाध्यक्ष जनपद पंचायत गरियाबंद, नीलकंठ ठाकुर जनपद सदस्य छुरा, लेखराज ध्रुवा अध्यक्ष सरपंच संघ ब्लॉक छुरा का स्वागत अभिनंदन बेच, पीला चावल व स्मृति चिन्ह भेंट कर गरियाबंद जिला भारोत्तोलन संघ की ओर से किया गया। अपने उद्बोधन में रमेश यदु ने कहा कि वनांचल क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का प्लेटफार्म तैयार करना एक चुनौती है जिसे गरियाबंद भारोत्तोलन संघ ने बखूबी निभाया है। ज्ञात हो कि भारत ने ओलंपिक एवं एशियन गेम्स में पदकों की शुरुआत भारोत्तोलन से ही की थी। संध्या समय छग भारोत्तोलन संघ के प्रदेशाध्यक्ष विजय बघेल सांसद दुर्ग लोकसभा, का आगमन मंगल भवन खेल प्रांगण में हुआ साथ ही कार्यकारी अध्यक्ष अरविंदर खुराना भी मंचासीन हुए।अपने उद्बोधन में बघेल ने कहा कि दरस्थ अंचल की प्रतिभाओं को सामने लाने का प्रयास प्रदेश संघ कर रहा है जिसमें जूनियर में गरियाबंद व सीनियर प्रतियोगिता के लिए दंतेवाड़ा को अवसर दिया गया। खिलाड़ियों के लिए अनुसाशन एवं सदाचरण महत्वपूर्ण है।कामनवेल्थ गेम में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने भारत के लिए पदक लाए। अरविंदर खुराना ने भी मंच से संबोधित किया। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल होने 20 जिले के लगभग 200 से अधिक जूनियर वर्ग के बालक एवं बालिका खिलाड़ी एवं कोच रेफरी पहुंचे हैं। तीन दिवसीय प्रतियोगिता के प्रथम दिवस बालक एवं बालिकाओं के विभिन्न वर्ग के प्रतियोगिताएं संपन्न हुई जिन्हें अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में विशेष रूप से नगरपालिका अध्यक्ष गप्पू मेमन, सुरेंद्र सोनटेके उपाध्यक्ष, मिलेश्वरी साहू पूर्व पालिकाध्यक्ष, भरत दीवान सर्व आदिवासी समाज जिलाध्यक्ष भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में यशवंत यादव,दीनू पटेल डीएसओ, गिरीश शर्मा, जयप्रकाश पात्र, प्रमोद सिंह ठाकुर, हीरालाल साहू, शीतल ध्रुव, विनोद कुमार देवानंद,देव नारायण यादव, भूपेंद्र ध्रुव,चंद्र भूषण निषाद, पुनीत ठाकुर, रूपनाथ बंजारे आदि का विशेष योगदान रहा।