रायपुर। CG VIDHANSABHA : विधानसभा में सोमवार को स्मार्ट सिटी लिमिटेड में भ्रष्टाचार का मामला गूंजा । सत्ता पक्ष के विधायक ने निर्माण कार्यों ने अरबों के घोटाले का आरोप लगाते हुए दोषी लोगों पर कार्रवाई की मांग की। आवास पर्यावरण मंत्री ओ पी चौधरी ने कहा कि नगरीय प्रशासन मंत्री से चर्चा के बाद संभावित गड़बड़ियों की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करेंगे ।
भाजपा विधायक राजेश मूणत ने ध्यानाकर्षण सूचना के माध्यम से यह मामला उठाते हुए पूछा कि 2018 से केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट शुरू किया था तब से आज तक कितने प्रोजेक्ट शुरू हुए जिसमे कितने अपूर्ण है। विभागीय मंत्री ओ पी चौधरी ने बताया कि कुल 312 में 300 कार्य पूर्ण हो गए हैं 12 अपूर्ण है। भाजपा विधायक राजेश मूणत ने साइंस कॉलेज परिसर में बने चौपाटी निर्माण पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस जमीन पर चौपाटी बनाया गया है वह खेल विभाग की जमीन है, जो यूथ हब और ग्रीन कॉरिडोर के लिए आरक्षित हैं। टेंडर भी इसी के लिए हुआ पर उसमे चौपाटी कैसे बना दिया गया । विधायक ने पूछा कि इसके लिए क्या स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने खेल विभाग से एनओसी ली थी।
भाजपा विधायक राजेश मूणत ने कहा कि देश के अंदर एक विकसित प्लानिंग के शहर सुव्यवस्थित बसे परिकल्पना मोदी सरकार ने की थी, जिसके तहत रायपुर शहर के अंदर लगभग 390 करोड़ परियोजना स्वीकृत हुए थे जिसमें लगभग 980 करोड़ खाली रायपुर शहर के डेवलपमेंट के लिए दिया गया था। जिन परियोजनाओं पर प्रावधान था वह काम कंप्लीट नहीं हुआ और तीन-तीन साल तक कंप्लीट नहीं हो पाए तो केंद्र सरकार से स्वीकृत लेकर के परियोजना में संशोधन करने का अधिकार दिया। लेकिन बंदरबाट रायपुर शहर में बट गई, प्रोजेक्ट में मूल आवश्यकता थी वह ना करके जिसमें प्रॉफिट हो सकता है वहां ऐसे प्रोजेक्ट कर दिए गए।
आज रायपुर शहर में वृक्षारोपण देखने को नहीं मिलते , ट्रैफिक सिस्टम कंट्रोल के लिए 200 करोड़ से अधिक खर्च कर दिए हैं, मल्टी लेवल पार्किंग बने लेकिन उसका उपयोग नहीं हुआ। विद्युतीकरण करना था अंडरग्राउंड सिस्टम में वहां नहीं कर पाए। चौपाटी को लेकर प्रश्न चल रहे थे। यूथ हब बनेगा, ग्रीन कॉरिडोर बनाना था वहां 8 करोड़ रूपया बर्बाद कर दिया हैं। एजुकेशन हब में लाइब्रेरी की जगह ठेले खोमचे लग रहे। शहर के चारों ओर डेवलपमेंट के लिए बुढ़ापारा प्रयोग का स्थान बन गया, सौंदर्य करन के नाम पर डाका डाल दिया। एक भी स्मार्ट रोड नहीं बन पाए। जहा गार्डन बनना था वहा गार्डन नही बना।