मरवाही। उपचुनाव से ठीक पहले दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की बहू जाति के जिन्न में फंस गई हैं। उनकी जाति को लेकर शिकायत की गई है, जिस पर जिला प्रशासन ने संज्ञान ले लिया है। जोगी परिवार और जाति का मामला करीब 30 साल पुराना है, जिसे एक बार फिर कुरेद दिया गया है। वहीं जेसीसीजे की उम्मीदवार ऋचा जोगी का कहना है कि उन्हें अभी तक किसी तरह का नोटिस नहीं मिला है, जबकि मुंगेली की जिला स्तरीय जांच समिति ने उन्हें नोटिस जारी किया है। इसमें जवाब देने का गुरुवार को अंतिम दिन है।
जिस पते पर मेरी धर्मपत्नी श्रीमती ऋचा जोगी ने अपने जाति प्रमाण पत्र का आवेदन किया था, जिस पते पर उसका आधार कार्ड बना है, उस पते पर आज तक कलेक्टर @MungeliDist ने उसे नोटिस क्यों नहीं भेजा है? साफ़ है कि वो उसे अपना पक्ष रखने का मौक़ा ही नहीं देना चाहते। ये जंगल राज है! संविधान1/2 pic.twitter.com/FfAezU1FoB
— Amit Ajit Jogi (@amitjogi) October 7, 2020
छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के प्रमुख अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी की जाति को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। इसके बीच ऋचा जोगी ने गुरुवार को कहा कि नवजात बेटे के कारण वे अभी होम आइसोलेशन में हैं। नोटिस मिलने के बाद सुनवाई में उपस्थित होंगी। साथ ही आरोप लगाया कि उन्हें अंधेरे में रखकर कार्रवाई की जा रही है।
इधर ऋचा पर गुमराह करने का आरोप
विधायकों ने कहा, हाईपावर कमेटी ने अगस्त 2019 को जोगी के जाति प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया था। ऐसे में जोगी परिवार के किसी सदस्य को आदिवासी नहीं माना जा सकता। जोगी की मृत्यु के बाद बिलासपुर हाईकोर्ट से भी मामला रद्द हो चुका है। अब ऋचा रूपाली साधु पिता प्रवीण राज साधु क्रिश्चियन समुदाय की होने के बाद भी अपने आप को आदिवासी बताकर जनता को गुमराह कर रही हैं।