नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन के इंतजार के बीच सरकार ने कहा है कि वैक्सीन यूके और दक्षिण अफ्रीका में पाए जाने वाले नए वेरिएंट के खिलाफ भी काम करेंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत में कोरोना वायरस के नए वेरियंट के 6 मामले सामने आए हैं जो चिंता का विषय हैं। हालांकि इस बात की आशंका हमें पहले ही थी और हम इसके लिए तैयार हैं।
दक्षिण अफ्रीका और यूके वाले वेरियंट्स पर भी असर करेगी वैक्सीन
भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (PSA) प्रो के विजय राघवन ने कहा- ‘कोरोना वैक्सीन यूके और दक्षिण अफ्रीका में पाए जाने वाले वेरियंट्स के खिलाफ भी काम करेंगी। इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि वर्तमान वैक्सीन इन कोरोना वेरियंट्स से बचाने में नाकाम रहेंगी।’
Vaccines will work against the variants detected in UK and South Africa. There is no evidence that current vaccines will fail to protect against these #COVID19 variants: Principal Scientific Advisor (PSA) to the Government of India Prof K. Vijay Raghavan pic.twitter.com/jqiVpNB5Ng
— ANI (@ANI) December 29, 2020
नए स्ट्रेन से सावधान रहने की जरूरत
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने कहा कि ठंड के मौसम में बड़ी आबादी अभी भी कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर अतिसंवेदनशील है। उन्होंने कहा कि नए स्ट्रेन ने भारत समेत कई देशों की यात्रा की है, ऐसे में हमें सावधान रहने की जरूरत है। इस दौरान कोई भी लापरवाह नहीं हो सकता है।
ऐक्टिव केसों का 63 फीसदी हिस्सा 5 राज्यों से
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा- ‘देश के कुल सक्रिय मामलों का 60 फीसदी से अधिक हिस्सा 5 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से है। लगभग 24 फीसदी मामले केरल में, 21 फीसदी महाराष्ट्र में, 5 फीसदी से कुछ अधिक पश्चिम बंगाल में, लगभग 5 फीसदी उत्तर प्रदेश में और 4.83 फीसदी मामले छत्तीसगढ़ में हैं।’
If we analyze #COVID19 cases on basis of gender, 63% of total cases were reported in males & 37% cases in females. Age-wise, 8% cases reported below age of 17 yrs, 13% in 18-25 yrs age group, 39% in 26-44 yrs group,26% in 45-60 yrs group & 14% above 60 yrs: Union Health Secretary https://t.co/ux93XqFJXg pic.twitter.com/VFREBwZefU
— ANI (@ANI) December 29, 2020
55 फीसदी मौतें 60 या उससे अधिक आयु वर्ग में
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि करीब 6 महीने बाद कोरोना के रोजाना नए मामले 17,000 से कम हैं। 6 महीने के बाद दैनिक मौतें का आंकड़ा भी 300 से कम हैं। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इसके अलावा 60 या उससे अधिक आयु वर्ग में 55 फीसदी मौतें हुई हैं। कोरोना संक्रमण से होने वाली कुल मौतों में 70 फीसदी पुरुष हैं।
52 फीसदी मामले 18-44 आयुवर्ग के लोगों में
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि भारत में कोविड-19 के कुल 63 फीसदी मामले पुरुषों में सामने आए जबकि 37 फीसदी महिलाएं संक्रमित हुईं हैं। कोविड-19 से हुई कुल मौतों में से 45 फीसदी मामले 60 साल से कम उम्र वालों के हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 के अब तक सामने आए 52 फीसदी मामले 18-44 आयुवर्ग के लोगों में मिले।