MDS ऑफलाइन परीक्षा को लेकर नाराज हुए छात्रों ने हाईकोर्ट में याचिका लगाईं थी। इस मामले में हाइकोर्ट ने सुनवाई करते हुए MDS की परीक्षा पर रोक लगा दी है। 3 मई से शुरू होने वाली मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी की ऑफलाइन परीक्षा जिसमें करीब 200 छात्र-छात्राओं को शामिल होना था यह परीक्षा ऑनलाइन होनी थी। यूनिवर्सिटी के इस निर्णय से कई छात्र छात्राओं पर संक्रमित होने का खतरा बन जाएगा। इसलिए हाईकोर्ट यूनिवर्सिटी के इस निर्णय पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाएं।
इस निर्णय के खिलाफ यूनिवर्सिटी की छात्रा डॉक्टर स्नेहा समेत 14 अन्य छात्र छात्राओं ने वकील धीरज वानखेडे के जरिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका में कहा कि इस भीषण कोरोना काल में ऑफलाइन परीक्षा आयोजित करना गलत है।
जस्टिस पी. सेम.कोशी की सिंगल बेंच ने पूरे मामले में सुनवाई के बाद याचिकाकर्ताओं की अपील स्वीकार करते हुए यूनिवर्सिटी के आदेश पर रोक लगा दी है।