रायपुर। BREAKING NEWS मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने अल्प वर्षा (scanty rain) वाले जिलों के समस्त क्षेत्रों के नजरी आंकलन के निर्देश दिए हैं। समस्त पटवारी हल्का एवं ग्रामों का नजरी आंकलन कर समय सीमा में प्रस्ताव उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए गए है। वहीँ समस्त क्षेत्रों में राजस्व, कृषि एवं उद्यानिकी अधिकारीयों द्वारा नजरी आंकलन किया जायेगा।
बता दें कि पूर्व में भी अच्छी वर्षा ना होने के कारण 9 जिलों की 28 तहसीलों में नजरी आंकलन के निर्देश दिये थे।प्रदेश के कई जिलों में मानसून 2022 में कम वर्षा अथवा खण्ड वर्षा होने के कारण कई तहसीलों में सूखा की स्थिति उत्पन्न होने की संभावना बन रही है। जिससे फसल प्रभावित हो रही है। जुलाई महीना बीत जाने के बावजूद भी खेतों में आधे से अधिक हिस्से में धान की बुआई अथवा रोपाई नहीं हो पाई है और जहां रोपाई हो भी गई है पानी के अभाव में खेत सूख रहे हैं, यहां तक कि खेतों में दरारें पड़ गई हैं। प्रदेश की ऐसी विकट स्थिति को संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने अल्प वर्षा वाले जिलों के समस्त क्षेत्रों के नजरी आंकलन के निर्देश दे दिए हैं।
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने लिखा पात्र
प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल (Minister Jaisingh Agarwal) ने राज्य के सभी जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर प्रदेश में मानसून 2022 में कम वर्षा/खण्ड वर्षा के कारण सूखा की स्थिति उत्पन्न होने पर तत्काल कार्यवाही किए जाने के लिए निर्देशित किया है। राजस्व मंत्री ने पत्र में लिखा है कि प्रदेश के कई जिलों में मानसून 2022 में कम वर्षा अथवा खण्ड वर्षा होने के कारण कई तहसीलों में सूखा की स्थिति उत्पन्न होने की संभावना बन रही है। सभी जिला कलेक्टरों को प्रेषित पत्र में उन्होंने आगे लिखा है कि जिन क्षेत्रों में आंकलन के आधार पर कम वर्षा एवं खण्ड वर्षा से फसल प्रभावित हो रही है उसकी सूचना तत्काल प्रदान की जाए। राजस्व मंत्री ने कलेक्टरों को यह भी निर्देशित किया है कि राहत मैनुअल के अनुसार यथोचित कार्यवाही कर प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया जाना सुनिश्चित किया जाए।