Chhattisgarh News : स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited ) की सबसे बड़ी इकाई भिलाई इस्पात संयंत्र (BSP) के मान्यता प्राप्त यूनियन के लिए वोटिंग जारी है। सुबह से ही पोलिंग बूथों (polling booths)में मतदाताओं की भीड़ है। चुनाव में 13 हजार 422 कर्मचारी वोट देकर अपना प्रतिनिधि यूनियन चुनेंगे। शाम 4 बजे तक मतदान होगा और देर रात तक रिजल्ट भी आ जाएगा। चुनाव में 5 यूनियनों के बीच कांटे की टक्कर है। मतदान के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। एशिया महाद्वीप (asia continent)के सबसे बड़े कारखाना भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant)में आईडी एक्ट के तहत यूनियन से संबंधित यह चौथा चुनाव है। जीतने वाले यूनियन का कार्यकाल दो साल का रहेगा।
निर्वाचन अधिकारी और डिप्टी सीएलसी आरके पुरोहित ने बताया कि निष्पक्ष चुनाव और मतगणना के लिए केंद्रीय श्रम विभाग के भुवनेश्वर कार्यालय से 62, रायपुर और बिलासपुर कार्यालय से 20 कर्मियों की टीम लगी है। कर्मचारियों को दिक्कत न हो इसलिए मतदाता सूची को बीएसपी के होम पेज पर ऑनलाइन उपलब्ध करा दिया गया है। पर्सनल नंबर डालते ही कर्मचारी को उसके बूथ का क्रमांक मिल जाएगा। सभी केंद्रों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवानों की तैनाती मतदान केंद्रों में की गई है।
जीतने वाली यूनियन का रहेगा संयंत्र में दबदबा
भिलाई इस्पात संयंत्र में मतदान के लिए 19 केंद्र बनाए गए हैं। प्लांट के अंदर 16 एवं संयंत्र के बाहर टाउनशिप में भिलाई विद्यालय, एचआरडी कैंटीन एवं सेक्टर-9 अस्पताल परिसर को मतदान केंद्र बनाया गया है। प्रत्येक बूथ में 4-4 अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। बीएसपी में 10 मान्यता प्राप्त यूनियन हैं, जिसमें 9 यूनियनें चुनाव लड़ रही हैं। बता दें कि इस चुनाव में सर्वाधिक मत पाने वाले यूनियन को ही बीएसपी प्रबंधन के साथ समझौता करने का अधिकार मिलेगा। यही यूनियन कर्मचारियों की हक की बात भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन तक पहुंचाएगा और चर्चा करेगा। भिलाई इस्पात संयंत्र 11 बार प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री ट्राफी विजेता कारखाना है।
चुनावी मैदान में इन यूनियनों के बीच घमासान
मान्यता प्राप्त यूनियन चुनाव में भिलाई इस्पात मजदूर संघ (बीएमएस), भिलाई श्रमिक सभा (एचएमएस), भिलाई स्टील मजदूर सभा (एटक), बीएसपी वर्कर्स यूनियन, सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स यूनियन (एक्टू), हिंदूस्तान स्टील एम्पलाइज यूनियन (सीटू), लोईमू, स्टील इम्पलाइज यूनियन (इंटक), स्टील वर्कर्स यूनियन शामिल हैं। बता दें कि आइडी एक्ट (औद्योगिक विवाद अधिनियम 2014) के तहत भिलाई इस्पात संयंत्र में 3 चुनाव हो चुके हैं। इसमें पहले के 2 चुनाव में सीटू मान्यता में रही। वहीं तीसरे चुनाव में इंटक ने बाजी मारी थी। चौथे चुनाव के लिए शनिवार को वोट डाले जा रहे हैं।