कोरिया। राजनीति में बड़े नेताओं की आमद के साथ ही पैर छूने की परंपरा सालों पहले शुरु हुई थी, जो अब आचरण में शामिल हो चुका है। लेकिन नौकरशाही में सीनियर अफसरों के पैर छूने की परंपरा कभी नहीं थी। अब छत्तीसगढ़ में एक नई परंपरा को शुरू होते देखा जा रहा है। ताजा मामला जो काफी ज्यादा चर्चा में आ गया है, वह कोरिया जिले का है, जहां जिले के नए कलेक्टर की आमद पर वहां के तहसीलदार ने पैर छूकर स्वागत किया।
आईएएस अफसरों का थोक के भाव में तबादला
विदित है कि हाल ही में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में पदस्थ आईएएस अफसरों का थोक के भाव में तबादला आदेश जारी किया है। इसमें राजधानी सहित कई जिले के कलेक्टरों का भी तबादला हुआ है, तो लंबे समय से मंत्रालय और सचिवालय में पदस्थ अफसरों को भी मैदानी कार्य में तैनात किया गया है। इसमें कोरिया जिला भी शामिल है, जहां बकौल कलेक्टर आईएएस अफसर श्याम कुमार धावड़े को पदस्थ किया गया है।
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कलेक्टर धावड़े बुधवार को कार्यभार ग्रहण करने जिला मुख्यालय बैकुंठपुर पहुंचे। उनके स्वागत के लिए जिला प्रशासन के सभी अफसर तैनात थे। लोगों ने उन्हें गुलदस्ता भेंटकर स्वागत किया। इस मौके पर जिले के केल्हारी तहसीलदार मनोज पैकरा भी मौजूद थे। तहसीलदार पैकरा ने कलेक्टर धावड़े का स्वागत गुलदस्ता देकर नहीं, बल्कि पैर छूकर किया।
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अब उनके पैर छूने की बात चर्चित हो गई है, जिस पर तहसीलदार मनोज पैकरा ने सफाई देते हुए कहा कि वे कलेक्टर धावड़े के साथ गरियाबंद में भी सेवाएं दे चुके हैं। आईएएस धावड़े को पैकरा ने अपना आदर्श बताते हुए सम्मानित किए जाने की बात कहीं है। पर सोशल मीडिया पर इस बात की चर्चा जोरो पर है।
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के नए कलेक्टर श्याम कुमार धावड़े बुधवार को कार्यभार ग्रहण करने जिला मुख्यालय बैकुंठपुर पहुंचे। इस दौरान कलेक्टोरेट के सामने कई अधिकारियों ने उन्हें गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया। केल्हारी के प्रभारी तहसीलदार मनोज पैकरा ने गुलदस्ता की बजाय उनका पैर छू लिया। प्रभारी तहसीलदार द्वारा स्वागत करने का यह तरीका सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस मामले में जब तहसीलदार पैकरा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि गरियाबंद जिले में हमने साथ काम किया था। मैं उनको अपना आदर्श मानता हूं। प्रभारी तहसीलदार भले ही सफाई देते नजर आए लेकिन सोशल मीडिया पर इसे लेकर तरह-तरह की चर्चा चल रही है।