एप्पल आईफोन यूजर्स के लिए खास तरह का फीचर लेकर आ रहा है. यह फीचर न्यूड कंटेंट को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है और इसका उद्देश्य बच्चों को अश्लील कंटेंट से दूर रखना है. बताया जा रहा है कि एप्पल आईओएस 15.2 के सेकंड बेटा में नए फीचर को टेस्ट किया जा रहा है और बच्चों के हिसाब से अलग से डिजाइन किया जा रहा है. अब सवाल है कि आखिर इस फीचर में ऐसा क्या है कि इससे बच्चों को अश्लील कंटेंट से दूर रख जाएगा.
साथ ही जानेंगे कि इस फीचर में क्या खास है और यह किस तरह से काम करेगा. साथ ही आपको इसके टेक्निकल जानकारी के अलावा बताएंगे कि इसका यूजर इंटरफेस कैसा होगा और किस तरह से बच्चों के लिए कारगर होगा.
क्या है ये फीचर?
सीधे शब्दों में समझें तो इस फीचर से बच्चों को अश्लील कंटेंट से दूर रखा जाएगा. इस फीचर को ऑन करने के बाद जब भी आपके फोन पर कोई न्यूड फोटो या वीडियो आएगी तो बच्चे उसे देख नहीं पाएंगे. यह खास फीचर उस कंटेंट को ब्लर कर देगा, जिसे कोई भी आसानी से नहीं देख पाएगा. इसके अलावा बच्चे कोई भी ऐसी फाइल को किसी को भेज भी नहीं सकेंगे. यानी इससे न्यूड फाइल भेजने और रिसीव करने में मुश्किल होगी.
दरअसल, जब कोई फोटो भेजेगा तो यह ब्लर हो जाएगी और दिखाई नहीं देगी. हालांकि, ऐसा नहीं है कि इस फोटो को बिल्कुल देखा ही नहीं जा सकेगा. इस फोटो के साथ एक नोट दिखाई देगा कि इसमें सेंसेटिव कंटेट होगा और यह पढ़ने के बाद भी अगर आप इसे देखना चाहते हैं तो इसका भी ऑप्शन होगा. इस ऑप्शन के जरिए आप कंटेंट देख सकेंगे, लेकिन इसके लिए कुछ सवालों का जवाब भी देना होगा.
बता दें कि यह फीचर उन यूजर्स के लिए होगा, जो अपने अकाउंट को चिल्ड्रन मार्क करके रखेंगे. ऐसा करने के बाद ही चिल्ड्रन अकाउंट में न्यूड फोटो ब्लर दिखाई देगी.
कैसे काम करेगा फीचर?
यह फीचर एक तरह से कंटेंट को स्कैन करेगा. यूजर के फोन की फोटो को एनसीएमईसी के फिंगरप्रिंट के जरिए चाइल्ड एब्युज वीडियो और इमेज डेटाबेस से डिटेक्ट किया जाएगा और फिर इसे रिपोर्ट किया जाएगा. इसमें पहले तस्वीरों को एक तरह के कोड Hashes में कंवर्ट किया जाएगा और फिर उसे चेक किया जाएगा. अगर इमेज अश्लील या न्यूड कैटेगरी में मिलती है तो इस फीचर को ब्लर कर दिया जाता है.