Interesting News : आप सभी ने फिल्म ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’(Munna Bhai MBBS) तो देखी ही होगी और उस फिल्म का एक डायलॉग(dialogue) काफ़ी फेमस है. अगर आपने फिल्म न भी देखि होगी तो डायलॉग तो जरूर सुना होगा और वो है – जादू की झप्पी (magical hug) का डायलॉग . ऐसा माना जाता है कि अगर किसी को प्यार से गले लगाया जाए तो दिल को बहुत शांति मिलती है. बता दें की ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें एक शख्स ने महिला को इतनी जोर से गले लगाया कि उसके सीने की पसलियां(chest ribs) टूट गईं.
जी हां, आपने सही जाना यह मामला चीन का है और चीनी महिला ने अपने सहयोगी पर मुकदमा किया है. उसके सहयोगी ने कथित तौर पर उसे बहुत कसकर गले लगाया, जिससे उसकी छाती पर तीन पसलियां टूट गईं. महिला सहकर्मी को यूंक्सी कोर्ट ले गई और कथित रिबिंग और गले लगाने के कारण इलाज पर खर्च किए गए पैसे के लिए मुआवजे की मांग की.
जानें रिब टॉड झप्पी की असली कहानी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हादसा मई 2021 में हुआ था. चीन के हुनान प्रांत के युयांग शहर की एक महिला अपने कार्यस्थल पर एक सहकर्मी के साथ बातचीत कर रही थी, तभी एक पुरुष सहकर्मी उसके पास आया और उसे मजबूती से गले लगा लिया. कथित तौर पर महिला गले लगाने के बाद दर्द से कराह उठी. और काम के बाद भी उन्हें सीने में दर्द हो रहा था. उसने डॉक्टर के पास जाने की बजाय अपने सीने पर गर्म तेल लगाया और सो गई. पांच दिनों तक सीने में दर्द बढ़ने के बाद महिला अस्पताल गई.
एक्स-रे स्कैन से पता चला की टूटी हुई है पसलियों
एक्स-रे स्कैन के अनुसार, महिला की तीन पसलियां टूटी हुई थीं, जिनमें से दो उसकी दाहिनी ओर और एक बाईं ओर स्थित थी. नौकरी से अनुपस्थिति की छुट्टी लेने के लिए मजबूर होने के कारण उसने पैसे भी गंवाए. उसे नर्सिंग सेवाओं और चिकित्सा खर्चों के लिए भी भुगतान करना पड़ा. ठीक होने के दौरान, वह उस पुरुष सहकर्मी के पास गई, जिसने उसकी पसलियां तोड़ दी थीं. उसने उसके साथ समझौता करने की कोशिश की. उस व्यक्ति ने विवाद किया कि उसके पास इस बात का कोई सबूत नहीं है कि चोट उसके गले में लगी थी.
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महिला को मिला हर्जाना
कुछ समय बाद महिला ने अपने सहकर्मी पर आर्थिक नुकसान के लिए हर्जाने की गुहार लगाते हुए मुकदमा कर दिया. न्यायाधीश ने सहयोगी को 10,000 युआन या 1.16 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया. अदालत ने कहा कि यह साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है कि महिला ने उन पांच दिनों के दौरान किसी भी गतिविधि में भाग लिया जिससे फ्रैक्चर हो सकता था.