कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुए शूटआउट में आठ पुलिसवालों की निर्मम हत्या करने के बाद गैंगस्टर विकास दुबे फरार चल रहा है। बीते चार दिनों से पुलिस लगातार विकास की तलाश में हर तौर तरीके से जुटी हुई है। विकास पर पहले एक लाख रुपए का इनाम रखा गया था, जिसे बढ़ाकर अब 2.5 लाख रुपए कर दिया गया है। वर्दी वालों की जिस निर्ममता से हत्या की गई है, उसकी वजह से पुलिस वालों का गुस्सा स्वाभाविक है, क्योंकि विकास ने पीठ पर छूरा घोंपा है।
विकास दुबे को ढूंढने के लिए 40 टीमें काम कर रही हैं। भारत-नेपाल की 120 किलोमीटर की सीमाएं सील कर दी गई हैं। बताया जा रहा है कि लखीमपुर के आसपास पुलिस को विकास के होने की सूचना मिली है, जिसके बाद यहां अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा चंबल में भी उसके होने की खबर मिली है, जिस पर रणनीति बनाई जा रही है। दो दिन पहले मोहम्मदी के इर्द-गिर्द विकास दुबे की लोकेशन का इनपुट पुलिस को मिला है। पुलिस को यह भी सूचना मिली है कि वह खीरी के जंगलों से नेपाल निकल सकता है। इसके बाद जिले में सतर्कता और बढ़ा दी गई है।
तस्वीरें लेकर घुम रही पुलिस
इन दिनों उत्तर प्रदेश पुलिस के हाथों में एक पोस्टर नजर आ रहा है, जो विकास दुबे का है। हाथ में पोस्टर थामे पुलिस कर्मी प्रत्येक गुजरने वाले वाहन वालों से पोस्टर दिखाकर उसकी जानकारी टटोलने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं जगह-जगह उसे भगोड़ा घोषितकर पोस्टर चस्पा कर दिया गया है, जिसमें 2.50 लाख के इनाम की घोषणा की गई है।
एक भी पुलिस वाला ना बचे
आज ताजा जानकारी सामने आई है, जिसमें शूट-आउट के दौरान गैंगस्टर विकास दुबे एक तरफ जहां लगातार फायरिंग कर रहा था, वहीं वह बार-बार अपने गुर्गों को चीख-चीखकर कह रहा था कि एक भी पुलिस वाला नहीं बचना चाहिए। यही वजह थी कि एक डीएसपी और दो थानेदारों के साथ आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए।