
देश में पांच राज्यों के चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सरगर्मी तेज हो चुकी है। भाजपा और कांग्रेस के अलावा कई क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टियां भी इस चुनावी समर की वैतरणी को पार करने की जुगत में ताकत झोंक रही हैं। उठापठक वाली राजनीति के दौर में प्रमुख दलों से बाहर का रास्ता दिखाए या फिर खुद से बागी हुए नेता भी इस रस्साकशी में लगे हुए हैं।
इस बीच पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जो कभी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के तौर पर जाने जाते थे, उन्हें पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ विवाद की वजह से मुख्यमंत्री के पद से हटा दिया गया था। अब उन्होंने अपनी क्षेत्रीय पार्टी का गठन कर लिया है, तो वहीं पंजाब में भाजपा के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान पर आ चुके हैं।
पंजाब में चुनावी सरगर्मी शबाब पर है। कांग्रेस शासित पंजाब में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने नामांकन दाखिल कर दिया है, तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब में फिर से कांग्रेस राज का दावा कर रहे हैं। तो वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी पंजाब में सत्ता हथियाने की जुगत लगा रहे हैं।
किसके लिए क्या बोले अमरिंदर
पंजाब में राजनीतिक कोहराम के बीच पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और नवजोत सिंह सिद्धू पर सियासी ताना मारा है। सीएम चन्नी को जहां उन्होंने बेअक्ल बताया है, तो वहीं सीएम केजरीवाल को कन्फ्यूज शख्स बताया है। सिद्धू को लेकर उनका कहना है कि किसी काम के ही नहीं हैं।